• होम
  • राजस्थान
  • क्रिकेट
  • मनोरंजन
  • चुनाव
  • धर्म
  • ट्रैवल-टूरिज्म
  • देश
  • विदेश
  • सरकारी योजना
  • साइंस न्यूज़
  • ओपिनियन
  • वेब स्टोरीज
  • होम
  • राजस्थान
  • क्रिकेट
  • मनोरंजन
  • चुनाव
  • धर्म
  • ट्रैवल-टूरिज्म
  • देश
  • विदेश
  • सरकारी योजना
  • साइंस न्यूज़
  • ओपिनियन
  • वेब स्टोरीज
राजनीति

राजनीति का गिरता स्तर – लोकतंत्र के लिए चेतावनी की घंटी

Admin
Last updated: August 15, 2025 7:44 am
Admin
Share
Indian Politics
SHARE

Indian Politics: भारत, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहा जाता है, आज एक गहरे संकट से गुजर रहा है। लोकतंत्र की आत्मा है जनता के हित में शासन, न्याय और विकास। लेकिन हकीकत यह है कि राजनीति अब सेवा का माध्यम कम और सत्ता-संपत्ति का साधन अधिक बन चुकी है। यह गिरावट सिर्फ नैतिकता का ह्रास नहीं, बल्कि लोकतंत्र की नींव हिलाने वाला खतरा है।

Contents
भ्रष्टाचार की बेलगाम रफ्तारअपराधियों का बढ़ता दबदबाप्रशासन में राजनीति की बेड़ियाँजनता की कीमत पर सत्ता का खेलक्या है समाधान?सुझाव :- दी रिपोर्टर न्यूज की ओर से

भ्रष्टाचार की बेलगाम रफ्तार

आज राजनीति और भ्रष्टाचार का रिश्ता लगभग अविभाज्य लगता है। चुनाव जीतने के लिए बेहिसाब धन खर्च होता है, जिसका स्रोत अक्सर काले धन और सौदों में छिपा होता है। सत्ता में आने के बाद नेताओं का ध्यान जनता की समस्याओं से हटकर उस निवेश की वसूली पर चला जाता है। सरकारी ठेकों से लेकर नीतियों तक, कई निर्णय पारदर्शिता के बजाय लाभ-हानि के समीकरणों पर आधारित होते हैं।

अपराधियों का बढ़ता दबदबा

लोकतंत्र का सबसे बड़ा विरोधाभास यह है कि जो लोग कानून बनाने का अधिकार रखते हैं, उन्हीं में बड़ी संख्या पर हत्या, अपहरण, वसूली और बलात्कार जैसे गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं। चुनाव में पैसे, जाति और दबदबे की राजनीति ने ऐसे चेहरों को सत्ता के गलियारों तक पहुँचा दिया है। नतीजा यह कि जनता का कानून पर भरोसा कम हो रहा है और अपराधियों का हौसला बढ़ रहा है।

प्रशासन में राजनीति की बेड़ियाँ

प्रशासनिक तंत्र, जो जनता के हित में निष्पक्ष काम करने के लिए बना है, वह भी राजनीतिक हस्तक्षेप का शिकार है। पुलिस जांच में देरी, ईमानदार अधिकारियों का मनमाना तबादला, और विकास परियोजनाओं का चुनावी लाभ-हानि के आधार पर रुकना—ये सब आम हो चुका है। न्याय में देरी और अपराधियों को संरक्षण, दोनों ही लोकतंत्र की साख को चोट पहुँचा रहे हैं।

जनता की कीमत पर सत्ता का खेल

इस पूरी प्रक्रिया का सबसे बड़ा शिकार आम नागरिक है। भ्रष्टाचार से विकास की रफ्तार थमती है, अपराध से सुरक्षा का माहौल बिगड़ता है, और न्याय में देरी से पीड़ित का मनोबल टूटता है। लोकतंत्र में जनता सर्वोच्च होती है, लेकिन राजनीति के अपराधीकरण ने इस सिद्धांत को खोखला बना दिया है।

क्या है समाधान?

  • गंभीर आपराधिक मामलों में आरोप तय होते ही चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगे।
  • चुनावी फंडिंग में पूरी पारदर्शिता हो, और खर्च की सीमा का सख्ती से पालन किया जाए।
  • पुलिस और न्यायपालिका को राजनीतिक दबाव से मुक्त किया जाए।
  • जनता में जागरूकता बढ़े, ताकि वोट खरीदने और डराने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगे।

सुझाव :- दी रिपोर्टर न्यूज की ओर से

अगर राजनीति को अपराधियों और भ्रष्टाचार के चंगुल से नहीं निकाला गया, तो लोकतंत्र केवल एक दिखावा बनकर रह जाएगा। यह समय है जब देश की जनता, मीडिया और न्यायपालिका मिलकर राजनीति को उसके असली मकसद—जनसेवा और राष्ट्रनिर्माण—की ओर वापस मोड़ें। लोकतंत्र की ताकत सिर्फ चुनावों में नहीं, बल्कि ईमानदार, पारदर्शी और जवाबदेह शासन में है।

Subscribe to Our Newsletter
Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

Share This Article
Email Copy Link Print
Next Article Krishna Janmashtami “श्रीकृष्ण – जीवन जीने की अद्भुत कला के प्रतीक”
5 Comments
  • Sanjay nagar says:
    August 15, 2025 at 8:11 am

    Nice thought, Jai Hind Jai Bharat

    Reply
  • Ram says:
    August 15, 2025 at 11:32 am

    Amazing though for special occasions 15 August

    Reply
  • Anil kumar bansal says:
    August 15, 2025 at 11:40 am

    Aapka bharat rajniti and bhastachar jo ki har jagah h par ki gyi tipani bahut sahi h
    Kya ese hamari janta ,othar mahanubush esse sahmat honge
    M aapke es baat se sahmat hu
    Aapka lekh bahut accha laga
    Thank for this

    Reply
  • Rohit says:
    August 15, 2025 at 1:01 pm

    The artical is eye opening. It is providing a detailed information about flaws in the biggest democracy of world. Highly informative and quality content.

    Reply
    • Manish Gupta says:
      August 16, 2025 at 11:03 am

      बहुत अच्छा लेख, यह हमें सोचने पर मजबूर करता है कि राजनीति कहाँ जा रही है।”

      Reply

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ओपिनियन

राशिफल

The Reporter News
  • राजस्थान
  • सरकारी योजना
  • मनोरंजन
  • धर्म
  • साइंस न्यूज़
  • चुनाव
  • ट्रैवल-टूरिज्म
  • जयपुर
  • बॉलीवुड
  • क्रिकेट
  • राशिफल
  • ओपिनियन
  • खेल

Quicks Links

  • About Us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer Policy
  • Editorial Policy
  • Contact

जरूर पढ़ें

Krishna Janmashtami

“श्रीकृष्ण – जीवन जीने की अद्भुत कला के प्रतीक”

Rajasthan Water Crisis Effect on Peoples Lifestyle

राजस्थान में पानी की त्रासदी : प्यास और बाढ़ से जूझता आमजन

Indian Politics

राजनीति का गिरता स्तर – लोकतंत्र के लिए चेतावनी की घंटी

© The Reporter News. All Rights Reserved.

Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?